
दिल्ली के रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए धमाकों की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया है। दावा किया जा रहा है कि धमाके के केमिकल में महिलाओं के मेकअप में इस्तेमाल होने वाला पाउडर भी शामिल है। मौके से बरामद किए गए पाउडर में हाइड्रो-ऑक्सीजन पर-ऑक्साइड, बोरेट और नाइट्रेट शामिल हैं। तीनों केमिकल को मिलाकर बनाए गए घोल की वजह से धमाका इतना शक्तिशाली था। बताया गया कि इन केमिकल का इस्तेमाल सामान्य तौर पर खनन में भी किया जाता है। इसके अलावा इनका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी होता है। मौके से बरामद सबूतों में इन तीनों पाउडर का घोल भी मिला है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि जिसने भी इस धमाके के लिए सामान जुटाया, उसे इन सभी केमिकल की अच्छी जानकारी थी। ये केमिकल आसानी से मिल सकते हैं, क्योंकि औद्योगिक कार्यों में भी इनके इस्तेमाल की इजाजत है। सुरक्षा एजेंसियों को दिल्ली में हुए इस ‘मिस्ट्री ब्लास्ट’ में खालिस्तानी ‘स्लीपर सेल’ का हाथ होने का शक है। इस वक्त चार बिंदुओं पर जांच चल रही है। पहला एंगल- शरारती तत्वों की साजिश। दूसरा एंगल- दिल्ली का माहौल खराब करने की कोशिश। तीसरा- रविवार का दिन जानबूझकर चुना गया। धमाके का मकसद जान-माल का नुकसान नहीं था। धमाके का मकसद सिर्फ एक संदेश देना था। चौथा एंगल- जांच को गुमराह करने की कोशिश।
क्या था मकसद?
सीआरपीएफ स्कूल को जानबूझकर निशाना बनाया गया। साजिश में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। इस समय दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच, एनएसजी टीम, फोरेंसिक टीम, आईबी टीम, बम निरोधक दस्ता, दमकल विभाग, आईजीएल टीम, एनआईए टीम, एनडीआरएफ टीम जांच में जुटी हुई है। दिल्ली में हुए धमाके मामले में अब सीआरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है। सीआरपीएफ की एक जांच टीम सोमवार को रोहिणी में धमाके वाली जगह पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। दिल्ली धमाके की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। दिल्ली में हुए धमाके मामले में अब सीआरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है। सीआरपीएफ की एक जांच टीम रोहिणी में धमाके वाली जगह पर पहुंच गई है…जिसने धमाके वाली जगह का मुआयना किया है।