नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम पर चोकर्स का टैग लगा है जिसे वह एक बार फिर से हटाने में नाकाम रही। बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट में लगातार हार के कारण इस टीम को चोकर्स कहा जाने लगा है। पिछले 4 महीनों में साउथ अफ्रीका की पुरुष और महिला टीम को इस टैग को हटाने का मौका मिला लेकिन वे चूक गए। महिला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में प्रोटियाज टीम को न्यूजीलैंड से हारकर निराश लौटना पड़ा। इससे पहले पुरुष टीम भी टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत से हार गई थी।

आईसीसी इवेंट्स में बड़े मौकों पर चोकर्स होने के कारण साउथ अफ्रीका की टीम को चोकर्स कहा जाता है। हर टूर्नामेंट में टीम बेहतरीन प्रदर्शन करके सेमीफाइनल और अब फाइनल तक पहुंचने में कामयाब होती है लेकिन खिताब नहीं जीत पाती। पिछले 4 महीनों में साउथ अफ्रीका को दो बार टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनने का मौका मिला लेकिन टीम चोक हो गई। पहले भारत और अब न्यूजीलैंड ने टीम का आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना तोड़ दिया।

टीम 4 महीने में दो वर्ल्ड कप फाइनल हार गई

इस साल जून में भारत के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार को कोई भी साउथ अफ्रीकी फैन कैसे भूल सकता है। टीम को 30 गेंदों पर 30 रन चाहिए थे और उसके 6 विकेट बचे थे, लेकिन फिर भी वह फाइनल नहीं जीत पाई। भारत ने आखिरी 5 ओवर में मैच का पासा पलट दिया और साउथ अफ्रीका ने जीती हुई बाजी गंवा दी। अब न्यूजीलैंड के खिलाफ महिला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में 159 रनों का पीछा करते हुए टीम के 70 रन पर 3 विकेट गिर चुके थे, लेकिन फिर भी टीम 9 विकेट पर 126 रन ही बना सकी।

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