
भारतीय शेयर बाजार में आज, 11 फरवरी 2025, को भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को लगभग ₹10 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। बीएसई सेंसेक्स 1,018.20 अंक (1.32%) की गिरावट के साथ 76,293.60 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 309.80 अंक (1.32%) टूटकर 23,071.80 के स्तर पर आ गया।
प्रमुख कारण:
- वैश्विक व्यापार तनाव: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा से वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ी है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली से बाजार पर दबाव बढ़ा है।
- कमजोर घरेलू आय: कई कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
प्रमुख प्रभावित सेक्टर:
- बैंकिंग: निफ्टी बैंक 577 अंक गिरकर 49,403 पर बंद हुआ।
- ऑटोमोबाइल: निफ्टी ऑटो इंडेक्स में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई।
- मेटल और आईटी: इन सेक्टर्स में भी जोरदार बिकवाली हुई।
टॉप गेनर्स और लूजर्स:
- गिरावट वाले शेयर: आयशर मोटर्स, अपोलो हॉस्पिटल्स, श्रीराम फाइनेंस, कोल इंडिया, टाटा स्टील जैसे शेयरों में significant गिरावट दर्ज की गई।
- बढ़त वाले शेयर: अडाणी एंटरप्राइजेज, ट्रेंट, भारती एयरटेल, ग्रासिम इंडस्ट्रीज जैसे शेयरों में मामूली बढ़त देखी गई।
निवेशकों के लिए सलाह:
वर्तमान बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे धैर्य बनाए रखें और अपने निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह समय अवसर प्रदान कर सकता है, जबकि अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
बाजार की मौजूदा परिस्थितियों में, विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार निवेश निर्णय लेना और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है।