
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पेरिस समिट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर जोर देते हुए कहा कि यह तकनीक हमारी जिंदगी को बदल रही है और भारत इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने ‘इंडिया एआई मिशन’ को एक बड़ा कदम बताया, जो भारत को ग्लोबल AI लीडर बनाने की दिशा में कार्य करेगा।
AI भारत की प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि AI सिर्फ एक तकनीक नहीं है, बल्कि यह जीवन को आसान बनाने का जरिया भी है। इसका सही उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और प्रशासनिक कार्यों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। भारत में डिजिटल क्रांति और स्टार्टअप कल्चर ने AI को अपनाने की गति को तेज कर दिया है।
इंडिया एआई मिशन का उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘इंडिया एआई मिशन’ के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस पहल के तहत –
- AI रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जाएगा।
- नए स्टार्टअप्स और उद्यमियों को AI टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- एथिकल AI पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे इसका सही और नैतिक उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।
- AI के जरिए रोजगार सृजन और कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।
- स्वास्थ्य और शिक्षा में AI का अधिकतम उपयोग किया जाएगा, जिससे लोगों को बेहतरीन सेवाएं मिल सकें।
ग्लोबल सहयोग और AI का सुरक्षित उपयोग
पीएम मोदी ने समिट में कहा कि AI के विकास और उपयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने AI के सुरक्षित और नैतिक इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि यह मानवता के हित में होना चाहिए और इसका गलत उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। भारत AI को मानव कल्याण का माध्यम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
AI से जुड़े संभावित खतरे और चुनौतियां
हालांकि AI कई क्षेत्रों में नवाचार और प्रगति ला सकता है, लेकिन इसके कुछ खतरे भी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि डाटा सिक्योरिटी, प्राइवेसी, और जॉब लॉस जैसी चुनौतियों पर भी ध्यान देना होगा। इसलिए AI गवर्नेंस और एथिकल रेगुलेशन की जरूरत है।
भारत का AI क्षेत्र में बढ़ता दबदबा
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की AI क्षमताओं पर गर्व जताते हुए बताया कि भारत में AI आधारित स्टार्टअप्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत ने हाल ही में “Bhashini” जैसे AI प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं, जो भाषाई बाधाओं को दूर करने और डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
निष्कर्ष
पेरिस समिट में पीएम मोदी ने ‘इंडिया एआई मिशन’ के जरिए भारत की AI क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया और इसके सुरक्षित, नैतिक और समावेशी उपयोग पर बल दिया। भारत AI के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देकर आने वाले समय में इस तकनीक के वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है।