बिहार में लोगों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन इस खेल में शामिल पुलिसकर्मियों की टेंशन बढ़ गई है। वे अपने बिछाए जाल में उलझते जा रहे हैं और उनकी नौकरी खतरे में पड़ गई है। दो अलग-अलग मामलों में 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। पूर्णिया के 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, जबकि इससे पहले हाल ही में पटना के 4 पुलिसकर्मियों को इसी तरह के मामले में निलंबित कर जेल भेजा गया है। जेल जाने वालों में एक प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर भी शामिल है।

पूर्णिया के इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने पूर्णिया के इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। झूठे केस में फंसाने के बदले गाली-गलौज और पैसे मांगने के आरोप सत्य पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। दरअसल पूर्णिया के सोनू कुमार पोद्दार ने आयुक्त उत्पाद सह निबंधन महानिरीक्षक के व्हाट्सएप पर आवेदन भेजकर इस मामले से संबंधित ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी थी। उन्होंने इंस्पेक्टर सुमन कांत झा, सब-इंस्पेक्टर चंदन कुमार, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर दिनेश कुमार दास और कांस्टेबल प्रदीप कुमार पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने और झूठे मामले में फंसाने के बदले में पैसे मांगने का आरोप लगाया था।

ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच के बाद विभाग ने की कार्रवाई आयुक्त ने सोनू के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए पूर्णिया के सहायक मद्य निषेध आयुक्त को मामले की सत्यता की जांच करने का निर्देश दिया। इस मामले की जांच शुरू हुई तो सभी आरोप सत्य पाए गए। ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच के बाद विभाग ने चारों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा। जांच अधिकारी ने ऑडियो में पैसे के लेनदेन से संबंधित बातचीत की पुष्टि की। लेकिन, चारों अधिकारियों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया। चारों को निलंबित कर दिया गया है। पटना में कार सवारों से पुलिसकर्मियों ने वसूले 25 हजार इससे पहले पटना में शनिवार की रात कुछ पुलिसकर्मियों ने कार सवार शादी समारोह से लौट रहे कुछ लोगों से झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 25 हजार रुपये वसूल लिए। गौरीचक थाने की गश्ती टीम में शामिल चार पुलिसकर्मियों को यह महंगा पड़ गया। दीदारगंज के कोठिया निवासी जितेंद्र कुमार ने आवेदन देकर इसकी शिकायत की तो मामले की जांच शुरू हुई। मामले को सत्य पाते हुए प्रशिक्षु दारोगा विवेक कुमार, सिपाही अरुण कुमार, सिपाही चंदन कुमार और पुलिस जीप चालक प्रेम कुमार को निलंबित कर चारों को जेल भेज दिया गया।

प्रशिक्षु दारोगा समेत 4 पुलिसकर्मी भेजे गए जेल

पीड़ित ने आवेदन में बताया था कि 1 दिसंबर की रात पटना-गया रोड पर एक कार पर सवार होकर चार लोग जा रहे थे। रामगंज पेट्रोल पंप के पास गौरीचक थाने की गश्ती टीम ने उनकी कार को रोककर तलाशी ली। कोई संदिग्ध सामान नहीं मिलने पर पुलिसकर्मियों ने उनके पास मौजूद 25 हजार रुपये छीन लिए और धमकी दी कि अगर शिकायत की तो झूठे केस में फंसाकर जेल भेज देंगे। लेकिन मामला थाने तक पहुंचा तो वरीय पुलिस अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई की। पटना सदर डीएसपी 2 सत्यकाम ने बताया कि जांच के बाद मामला सत्य पाया गया। कोर्ट के आदेश पर चारों को निलंबित कर जेल भेज दिया गया।

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